गाज़ीपुर (उत्तर प्रदेश) के रहने वाले 27 वर्षीय राजीव मौर्या जी ने 2006 में संगीत की दुनिया में प्रवेश किया था और तभी से अपनी प्रतिभा के दम पर तमाम मंचों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में श्रोताओं को मंत्रमुग्ध करते आ रहे हैं। ये संगीत को अपना जीवन मानते हैं और लोकगायन की परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए इसमें नित्य नए प्रयोगों के पक्षधर हैं। समाज सेवा में विशेष रुचि रखने वाले राजीव जी भविष्य में एक सफल गायक के साथ-साथ एक प्रतिष्ठित संगीत निर्देशक के रूप में अपने आप को देखना चाहते हैं।