ललन मुख चूमे हो

ललन मुख चूमे हो | सोहर मंगल गीत | Lalan Mukh Choome Ho | Awadhi Sohar

संजोली पांडेय के स्वर से सजा यह सोहर यदि आप बच्चे के जन्म के उपलक्ष्य में होने वाले कार्यक्रमों में बजा दें तो आनंद दोगुना हो जायेगा। इस गीत के माध्यम से यह बताया जा रहा है कि नन्हे मेहमान के आगमन के पश्चात तमाम सम्बन्धियों जैसे पिता, दादी और बुआ किस प्रकार से अपनी भावनाएं व्यक्त करते हैं।

ललन मुख चूमे हो | Hindi Lyrics | Awadhi Sohar Lyrics

ससरा से बेनिया डोलावे
ललन मुख चूमे ललन मुख चुमई हो
ऐ हो मोरे सइयां हाँ
ऐ हो मोरे राजा लेत बलइयां
बलइयां नीक लागे बलइयां नीक लागईं हो

आपन अम्मा जी होती बेदनहरी
लेती बेदनहरी लेती हों
ऐ जी सइयां जी के हाँ
ऐ हो बलमा जी के अम्मा
निर्मोहिया त ललन ललन करे हो

ससरा से बेनिया डोलावे
ललन मुख चूमे ललन मुख चुमई हो
ऐ हो मोरे सइयां हाँ
ऐ हो मोरे राजा लेत बलइयां
बलइयां नीक लागे बलइयां नीक लागईं हो

आपन दीदी जे होती बेदनहरी
लेती बेदनहरी लेती हों
ऐ जी सइयां जी के हाँ
ऐ हो बलमा जी के बहिन
निर्मोहिया त होरी लेहो
रिलकर होरी लेहो हो

ससरा से बेनिया डोलावे
ललन मुख चूमे ललन मुख चुमई हो
ऐ हो मोरे सइयां हाँ
ऐ हो मोरे राजा लेत बलइयां
बलइयां नीक लागे बलइयां नीक लागईं हो